एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड क्या है?

   

एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड एक बहु राज्य सहकारी सोसाइटी है जो बहु राज्य को-ऑपरेटिव सोसाइटी अधिनियम 2002 की धारा 7 के तहत कृषि मंत्रालय, कृषि और सहकारिता विभाग, भारत सरकार से पंजीकृत है जिसकी पंजीकरण संख्या MSCS/CR/732/2013 दिनांक 03/01/2013 है । एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का संचालन क्षेत्र उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के राज्यों में है ।

   

सोसाइटी अपने द्वारा प्राप्त धन/जमाराशि का कैसे उपयोग करती है?

 

यह सोसाइटी अपने धन का उपयोग सहकारी सोसाइटी के अधिनियम / नियम / कानून के अनुसार अपने सदस्यों को ऋण देने में और निवेश के लिए करती है। यह ऋण व्यापारिक एवं माइक्रोक्रेडिट प्रकृति के हैं।

 

सोसाइटी के साथ जमा राशि सलामत और सुरक्षित है?

 
हाँ, क्योंकि भारत सरकार ने जमा की सलामती और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कानून / नियम बनाये हैं और एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों और विनियमों का कड़ाई से पालन करती है। इसी संदर्भ में बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 2002 में निम्नलिखित प्रावधान हैं :
 

धारा 66 – ऋणों पर नियंत्रण – (1) एक बहु-राज्य सहकारी समिति,(सहकारी बैंक के अलावा) सदस्य को स्वयं के शेयर की जमानत पर या एक गैर-सदस्य की जमानत पर ऋण नहीं दे सकती।
धारा 67 – उधार पर नियंत्रण – (1) एक बहु-राज्य सहकारी समिति उपनियमों में निर्दिष्ट हद तक और उस तरह की स्थितियों में बाहरी स्रोतों से जमा प्राप्त कर सकती है, ऋण बढ़ा सकती है और अनुदान प्राप्त कर सकती है बशर्ते कि किसी भी वित्तीय वर्ष के दौरान प्राप्त की जमा और ऋण की कुल राशि प्रमाणित शेयर पूंजी और संचित आरक्षित निधि की राशि के दस गुना से अधिक नहीं होगी। और यही नहीं, प्रमाणित शेयर पूंजी और संचित आरक्षित निधि की कुल राशि की गणना, संचित घाटा काट कर करनी होगी। हमें खुशी है कि एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड भारत सरकार के इस फरमान का अनुसरण करती है ।

 
 

एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और वित्तीय कंपनियों के बीच क्या अंतर है?

 
जैसा कि अन्यत्र कहा गया है, एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम और नियमों के तहत पंजीकृत है। यह सोसाइटी किसी व्यक्ति के द्वारा स्वामित्व वाली कोई निजी संस्था नहीं है लेकिन एक पूरी तरह से लोकतांत्रिक संस्था है जो निदेशक मंडल द्वारा प्रबंधित है जो वार्षिक सामान्य सभा में सोसाइटी के सदस्यों द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं और यह निदेशक मंडल भी सम्पूर्ण पारदर्शिता के साथ सामूहिक रूप से निर्णय लेता है।
सहकारिता विभाग लगातार नियमित अंतराल पर सोसाइटी के कामकाज की समीक्षा करता है।
वित्त कंपनियों में आम तौर पर व्यक्तियों का स्वामित्व होता है और मालिकों की पसंद के अनुसार तथाकथित नीतियाँ गढ़ी जाती हैं। सामान्य सदस्यों / जमाकर्ताओं / निवेशकों को कोई भूमिका निभानी नहीं होती है। वहाँ पर पारदर्शिता के अभाव की कुछ संभावनाएं होती हैं। सदस्यों / निवेशकों को वस्तुतः एन.बी.एफ.सी. के मामलों / कानूनी प्रावधानों का कोई ज्ञान नहीं होता है और एन.बी.एफ.सी. का वैधानिक उत्तरदायित्व भी सीमित होता है। एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड अपने कानूनी उत्तरदायित्व के लिए पूरी तरह से सतर्क है और अपने निदेशक मंडल के निर्वाचित सदस्यों के माध्यम से अपने सदस्यों के प्रति जवाबदेह है। एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के बही खाते सांविधिक लेखा परीक्षण के विषय वस्तु रहते हैं और अंकेक्षित लेखा, वार्षिक रूप से, समीक्षा और आगे की कार्यवाही के लिए भारत सरकार को प्रस्तुत किया जाता है।
  
जब आप एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में अपने पैसों/पूँजी निवेश करते हैं तब आप केवल एक निवेशक ही नहीं होते हैं, आप सोसाइटी के सदस्य बन जाते हैं। आप एक सम्मानित शेयर धारक और एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी परिवार के बन जाते हैं ।
 

एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड अपने सदस्यों / निवेशकों को 'ब्याज की ऊंची दरक्यों दे रही है?

 

हम हमारे सदस्यों के भीतर बचत की आदतों को प्रोत्साहित करने के सिद्धांत में विश्वास करते हैं।वर्तमान संदर्भ में जब कि बचत की प्रवृत्ति गिरावट पर है और उपभोक्तावाद उच्च पर है तब समाज के प्रति एक नैतिक जिम्मेदारी के रूप में हम हमारे सदस्यों की आर्थिक और सामाजिक खुशहाली सुनिश्चित करना चाहते हैं। एक सच्चे राष्ट्रवादी के रूप में हम आश्वस्त हैं कि अधिक बचत, उच्च निवेश, एक बेहतर सकल घरेलू उत्पाद की कुंजी हैं।

 

जमाकर्ताओं / निवेशकों के लिए उपलब्ध अन्य लाभ क्या हैं?

 

जैसा कि अन्यत्र कहा गया है, हम 100 बेसिस  पॉइन्ट (एक फीसदी) ब्याज की उच्च दर की अतिरिक्त पेशकश निम्नलिखित श्रेणियों के जमाकर्ताओं/निवेशकों के लिए करते हैं : वरिष्ठ नागरिक (50 वर्ष से ऊपर), महिलाएं, शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों, सेवानिवृत्त व्यक्तियों, सशस्त्र बलों के सदस्य, सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों, राज्य एवं केन्द्रीय सरकार के कर्मचारियों, वित्त क्षेत्र और बीमा कंपनियों के सभी कर्मचारी या किसी भी सहकारी संस्था ।

 

एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के लिए वाणिज्यिक बैंकों / वित्तीय संस्थाओं की ब्याज दर की तुलना में ब्याज की ऊंची दर की पेशकश कैसे संभव है?
 
विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक और वित्तीय कारण होते हैं जो ब्याज की बेहतर दर की पेशकश करने में सोसाइटी को मदद करते हैं। उनमें से कुछ की नीचे विस्तृत जानकारी नीचे दी गई हैं:-
  1. सोसाइटी द्वारा सदस्यों को दिये गये ऋण पर ब्याज के रूप में अर्जित आय सोसाइटी की कुल आय का प्रमुख हिस्सा है, उसे आयकर अधिनियम की धारा 80 C के अनुसार आयकर से छूट प्राप्त है। इसलिये सोसाइटी एक विशाल राशि बचाने में सक्षम होती है जो अन्यथा टैक्स के रूप में भुगतान की जाती है। सोसाइटी के निदेशक मंडल को हमेशा लगता है कि इस का कुछ हिस्सा जमाओं पर ब्याज की उच्च दर की पेशकश के रूप में सदस्यों को पारित किया जाना चाहिए और यही हमारी कॉर्पोरेट फिलॉसोफी है।
  2. सी.आर.आर. (कैश रिज़र्व रेशिओ): बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को आर.बी.आई. के नियमों के अनुसार अपने जमा के 4 से 5 प्रतिशत अनुपात में नकदी में भारतीय रिजर्व बैंक के साथ रखने होते हैं। इस राशि पर कोई ब्याज अर्जित नहीं होता है और बैंकों की उधार देने की क्षमता कम कर देता है। जबकि एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड को इस प्रावधान से छूट प्राप्त है इसलिए हम दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हाथ में न्यूनतम रकम रखते हुए अधिकतम उधार के रुप में देने की स्थिति में हैं।
  3. एस.एल.आर. (स्टैट्यूटरी लिक्विडिटी रेशिओ): बैंकों को अपनी जमा के लगभग 25 से 30% को विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों में रखना पड़ता है जिस पर उन्हें बाजार में प्रचलित ब्याज दर की तुलना में कम ब्याज मिलता है।
  4. एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड को नकद आरक्षित अनुपात (सी.आर.आर.) और सांविधिक नकदी अनुपात (एस.एल.आर.) बनाए रखने से छूट प्राप्त है। एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड को अपने धन के प्रबंधन के और उस पर ब्याज कमाने के बेहतर अवसर प्राप्त हैं जिसे वह ईमानदारी से निभा रही है और बेहतर ब्याज दर की पेशकश के द्वारा अपने सदस्यों / निवेशकों को ऐसी आय के लाभ पारित कर रही है।

  5. सोसाइटी अपने सदस्यों के लिए अल्पकालिक और मध्यम अवधि ऋण प्रदान कर रही है। हमारे ऋण पूरी तरह सुरक्षित हैं और हमारी वसूली सौ प्रतिशत है। हमारी लेखा-किताबों में कोई एन.पी.ए. नहीं है। दूसरी ओर, बैंकों के संसाधन बड़े पैमाने पर अनर्जक परिसंपत्ति के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित होते हैं और परिणाम स्वरूप इन संस्थानों के पास देने के लिए कम धन होता है और इसलिए वह जमाकर्ताओं को ब्याज की अच्छी दर की पेशकश करने में सक्षम नहीं हो पाते है।

  6. स्पष्ट रूप से, बैंक विविध व्यय और स्थापना लागत के रूप में भारी मात्रा में खर्च करते हैं। बैंकों और एन.बी.एफ.सी. की तुलना में हमारी परिचालन लागत बहुत कम है और इस का लाभ ब्याज(जमाओँ पर) की ऊंची दर के रूप में सदस्यों को भी पारित किया जाता है।
 

एचीवर्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के साथ किसे निवेश करना चाहिए?

 
उन सभी निवेशकों / जमाकर्ताओं को जो अल्पकालिक, मध्यम और लंबी अवधि में अपने जमा पर बेहतर लाभ / ब्याज पाने के उत्सुक हों।